प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आहत आ चुकी है सभी राजनीती दल अपने अपने कार्य को प्रभावशाली बनाने में लगे हुये है हित दिखा कर लोगों को साध रहे है। और अपनी जीत को पक्का करने के लिये जी तोड़ मेहनत कर रहे है।
चुनाव को एक नज़र देखे तो होने वाले चुनाव में पुलिस बहुत महत्वपूर्ण भूमिका में रहती है। चुनाव में अधिकतर पुलिस की कार्यवाही काम की होती है और पुलिस की अनदेखी और भी ज्यादा काम की होती है।
ऐसे में जो पुलिसकर्मी अपने गृह थाने या फिर अपने गृह अनुभाग में वर्षो से पदस्थ है वो चुनाव को प्रभावित कर सकते है।
गृह थाना या गृह अनुभाग होने से हर व्यक्ति की जान पहचान होती है और वैसे ही कुछ लोगों से विरोधाभाष और दुश्मनी भी होती है। ऐसे में चुनाव के दौरान बहुत से ऐसे कार्य होते है जो किसी न किसी पार्टी को प्रभावित करते है। उन कार्यो से या तो नुकसान होता है या फिर फ़ायदा। अब जब पुलिस कर्मी उसी गृह थाना या गृह अनुभाग में होगा तो वह अपनी पहचान या अन्य कारण से हर वो मदद भी कर सकता है जो उसे नहीं करनी चाहिये।
दरअसल बहुत से लोगों को इसकी शिकायत है कि पुलिस कर्मी अपने गृह अनुभाग में पदस्थ न हो मगर इस शिकायत को सम्बंधित तक पहुंचा कर समाधान पाने में सभी को संकोच है क्युंकि जो भी अपने गृह अनुभाग में पदस्थ है वह अपने बल और राजनैतिक घनिष्टता के कारण है।
बहुत से पुलिस्कर्मीयों की ऐसी तस्वीरें भी देखी गयी है जिनमें वे किसी न किसी प्रतिष्ठित पदधारी राजनैतिक व्यक्ति के साथ बैठे है, खड़े है। जिस पर उनका जवाब होता है कि पद नौकरी अपनी जगह दोस्ती रिश्तेदारी और व्यवहार अपनी जगह। बातों बातों में कुछ तो ये भी कहते है कि नौकरी तो बाद में लगी ये तो पहले से ही है और क्या नौकरी के चक्कर में पहचान के लोगों से मिलना भी छोड़ दे। ऐसा नहीं हो सकता।
इसलिये भी पुलिस के मुख्य अधिकारियों को इस बात की तह तक जाना चाहिये और गृह अनुभाग के पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर उन्हें अन्य अनुभाग में स्थानांतरण करना चाहिये।
हालांकि जानकारी के अनुरुप एक अनुभाग में कम से कम 35 से 40 पुलिस कर्मी ऐसे होंगे जिनका वो अनुभाग, गृह अनुभाग कहलाता होगा।
बहरहाल पुलिस चाहे तो कुछ भी कर सकती है, अपनी सुविधा के अनुरुप अपने कारणों को बना लेती है। फिर भी ऐसे प्रसंगों पर यदि राजनैतिक दलों के द्वारा भी ध्यान दिया जाये तो पुलिस के गृह थाना और गृह अनुभाग में पदस्थ पुलिसकर्मियों को स्थानांतरित कर राजनैतिक प्रभाव को कम करते हुये आगामी चुनाव में अन्य प्रभाव को रोक सकते हैं।
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